जयपुर. जयपुर लिटरेचल फेस्टिवल का आगाज हो गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साहित्य उत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि लिटरेचल फेस्टिवल का शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया।
उन्होंने कहा कि 18 साल पहले जब इसकी शुरूआत हुई थी तब राजस्थान में मैं ही मुख्यमंत्री था। इस उत्सव में देश दुनिया के साहित्यकार आते हैं। यह राजस्थान की शान है। यहां साहित्य व संस्कृति पर होने वाली चर्चाओं से नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। साहित्य प्रेमी जिन्हें पढ़ते आए हैं उन्हें वे यहां देख भी सकेंगे।
साहित्य उत्सव का वेन्यू इस बार राजस्थानी रंगों में नजर आएगा। जेएलएफ में इस बार प्रदेश की ऐतिहासिक परम्परा, विरासत से लेकर ग्लोबलिज्म का मिश्रण होटल डिग्गी पैलेस में देखने को मिलेगी। फेस्टिवल में इस बार 550 से ज्यादा स्पीकर्स देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से शामिल हो रहे हैं। जहां ग्लोबल एंवायरमेंट, पॉलिटिक्स, एंटरटेनमेंट से लेकर कई मुद्दों पर बातें होंगी।
फेस्टिवल में आने वाले लाखों विजिटर्स की सुरक्षा के लिहाज से फेस्टिवल के एंट्रेंस गेट पर फेस डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए है। फेस्टिवल के डेकोरेशन की थीम राजस्थानी रंग, परंपराएं और पर्व-त्यौहार पर आधारित है। फ्रंट लॉन, चारबाग, मुगल टेंट, बैठक और संवाद में ब्लॉक प्रिंट से स्पेशल डेकोरेशन की गई है। जिनमें फ्लोरल मोटिफ बेस्ड डिजाइन होंगे।
फेस्टिवल वेन्यू पर तीन लेवल पर सेफ्टी अरेंजमेंट रखे गए हैं। पहली सेफ्टी लेयर में 300 से 500 पुलिसकर्मी और ऑफिसर्स तैनात किए गए जो वेन्यू के अंदर और बाहर दोनों जगह पर होंगे। दूसरी सेफ्टी लेयर में प्राइवेट सिक्योरिटी होगी। थर्ड लेयर में इंटेलीजेंस होगी इसमें आर्मी इंटेलीजेंस, सीआईडी के अलावा दूसरी सिक्योरिटी एंजेसियों की मदद ली जा रही है।